भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अक्सर उतार-चढ़ाव देखा जाता है, जिससे आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ता है। हाल ही में, सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹6.50 की कटौती करने की घोषणा की है, जो 6 मार्च 2025 से लागू हो चुकी है। यह राहत आम जनता के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ईंधन की कीमतें परिवहन, खाद्य सामग्री और रोजमर्रा की आवश्यकताओं पर भी प्रभाव डालती हैं।
पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट का कारण
पेट्रोल और डीजल की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरों पर निर्भर करती हैं। हाल ही में, कच्चे तेल की कीमतें $71-$75 प्रति बैरल के बीच रही हैं, जिससे घरेलू बाजार में ईंधन के दाम कम हुए हैं। इसके अलावा, सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर किसी अतिरिक्त टैक्स में वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया है, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।
पेट्रोल-डीजल के नए दाम
सरकार द्वारा घोषित नई दरें विभिन्न शहरों में इस प्रकार हैं:
दिल्ली – पेट्रोल ₹93.50, डीजल ₹86.42
मुंबई – पेट्रोल ₹101.50, डीजल ₹86.37
कोलकाता – पेट्रोल ₹103.50, डीजल ₹94.46
चेन्नई – पेट्रोल ₹103.55, डीजल ₹93.34
बेंगलुरु – पेट्रोल ₹109.36, डीजल ₹85.54
लखनऊ – पेट्रोल ₹96.55, डीजल ₹84.46
पटना – पेट्रोल ₹101.58, डीजल ₹92.44
चंडीगढ़ – पेट्रोल ₹95.24, डीजल ₹82.30
राज्यों में टैक्स और डीलर कमीशन के कारण इन कीमतों में थोड़ा बदलाव हो सकता है। इसलिए, उपभोक्ताओं को अपने शहर में रोजाना अपडेटेड रेट्स की जांच करनी चाहिए।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट से होने वाले फायदे
महंगाई पर नियंत्रण
ईंधन की कीमतें कम होने से परिवहन लागत में कमी आएगी, जिससे खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं के दाम भी नियंत्रित रहेंगे।
रोजमर्रा की बचत
आम आदमी को दैनिक खर्चों में राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों को जो अपने निजी वाहन का उपयोग करते हैं।
व्यापार और उद्योग को फायदा
ट्रांसपोर्टेशन लागत में कमी से लॉजिस्टिक्स और उद्योगों को भी सीधा लाभ मिलेगा, जिससे व्यापार की लागत घटेगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
सरकारी घाटे में कमी
सरकार ईंधन की कीमतों को स्थिर रखते हुए आर्थिक संतुलन बनाए रखने का प्रयास कर रही है, जिससे सरकारी घाटे को कम किया जा सके।
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क्या भविष्य में कीमतें और गिरेंगी?
यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें और कम होती हैं, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल के दामों में और गिरावट हो सकती है। इसके अलावा, यदि सरकार टैक्स में कोई छूट देती है, तो ईंधन की कीमतें और कम हो सकती हैं। हालांकि, यदि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो पेट्रोल और डीजल के दामों में भी इजाफा हो सकता है।
पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे चेक करें?
अगर आप रोजाना पेट्रोल और डीजल की कीमतें जानना चाहते हैं, तो निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:
SMS सेवा – अपने शहर का कोड टाइप करके 92249 92249 पर SMS भेज सकते हैं।
तेल कंपनियों की वेबसाइट – IOC, HPCL और BPCL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रेट्स चेक कर सकते हैं।
मोबाइल ऐप्स – पेट्रोल पंप कंपनियों के ऑफिशियल ऐप्स डाउनलोड करके भी ताजा दरें देख सकते हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹6.50 की कटौती आम जनता के लिए राहत की खबर है। इससे महंगाई पर नियंत्रण, व्यापार को फायदा और लोगों की दैनिक बचत में इजाफा होगा। हालांकि, यह जरूरी है कि उपभोक्ता नियमित रूप से पेट्रोल और डीजल की कीमतों की जांच करें, क्योंकि ये दरें प्रतिदिन बदलती रहती हैं। सरकार का यह कदम आम जनता को राहत देने के लिए उठाया गया है, लेकिन भविष्य में कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव पर भी नजर रखना जरूरी होगा।